Monday, March 9, 2020

मेरा प्रिय खेल पर निबंध (क्रिकेट) - Essays in Hindi

मेरा प्रिय खेल Essay In Hindi को सभी धारण 1,2,3,4,5,6,7,8,9,10,11,12 के विधार्थियो के लिए लिखा गया है। मेरा प्रिय खेल पर निबंध को सभी जगह खासकर परीक्षा में उपयोग में ले सकते है।


मेरा प्रिय खेल पर निबंध (क्रिकेट) - Essays in Hindi


        खेल कही प्रकार के होते है। सबका प्रिय खेल अलग अलग होता है। रूम के अंदर खेलने वाले खेल को इनडोर गेम्स कहते है और मैदान यानि की गर के बहार खेलने वाले गेम को आउटडोर कहते है। खेलो से हमारी कसरत भी होती है। अलग अलग अलग खेल खेलने से व्यायाम भी हो जाता है एक तरफ से खेल कूद को व्यायाम का महत्त्व पूर्ण अंग कहते है। हमारे जीवन में खेल कूद का बड़ा महत्व् है। आज के युग में सभी बच्चो और बड़ो को भी खेल में रूचि होती है। कुछ खेलोंको तो अंतरास्ट्रीय महत्व् भी प्राप्त हुआ है ,जैसे की क्रिकेट और फुटबॉल। मुझे कक्रिकेट बहोत पसंद है वैसे तो मुझे सभी खेल पसंद है पर मेरी रूचि क्रिकेट में ही ज्यादा है.मेरा प्रिय खेल पर निबंध

मेरा प्रिय खेल पर निबंध 

essay in hindi


           आज के युग में सभी खेलो में से क्रिकेट को खेलो का राजा माना जाता है। आज के जगत में खेल का बहोत महत्व् है और खेल को खेलने के लिए विविध क्षेत्र भी मौजुद है। सबसे लोकप्रिय खेल क्रिकेट है। हमारे भारत में ज्यादातर लोग क्रिकेट के दीवाने है। अमर भारत में ये खेल सर्वाधिक आकर्षण काकेन्द्र बन चूका है। आज के युवानो में कोन सानिया मिर्जा नहीं बनना चाहता और कोन सचिन तेंदुलकर नहीं बनना चाहता। सभी को कुछ न खुश बनना है। क्रिकेट के प्रति सबको अदभुद लगाव है। क्या आप को पता है की क्रिकेट का रहस्य क्या है। क्रिकेट का जन्म इंग्लैंड में हुआ था। इंग्लैंड से ये खेल रुलिया पहोचा और फिर ऐसे करते हुए अन्य जगहों पर भी प्रसर गया।  बच्चे।,बूढ़े और आज के युवानो को तो खास इस खेल के दीवाने है। 

        खेल का नाम आते ही बच्चे हो या युवान सब खुस हो जाते है। खेलना कूदना सभी को अच्छा लगता है। खेल उम्र पर भी निर्धारित होता है और सबकी अपनी अपनी रूचि पर भी निर्भित होता है। मुझे तो क्रिकेट ही पसंद है। क्रिकेट को आउटडोर खेलो की श्रेणी में रखा जाता है। क्रिकेट विश्व के कुछ ही देशो में खेला जाता है लेकिन इसको देखने वाले और पसंद करने वाले बहोत से देश है। क्रिकेट का खेल 125 से अधिक देशो में खेला जाता है और इसके 12 मुख्य व पूर्ण इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के सदस्य है। क्रिकेट को जो पसद करता है वो टीवी या मोबाइल में क्रिकेट देखते है और आनंद लेते है। हजारो की संख्या में लोग स्टेडियम में क्रिकेट देखने जाते है और आनंद लेते है 

            हमारे भारत में क्रिकेट का खेल कही वर्षो से खेला जा रहा है। यह खेल काफी प्रसिद्द और रोमांच का अनुभव करने वाला खेल है। इन सब खेलो को बच्चे बहोत ही पसंद करते है। सभी बच्चे सोसाइटी के मैदान में ,स्कूल क मैदान में सड़को पर ,गलिओ में क्रिकेट खेलते है। आजकल के सभी बच्चे क्रिकेट जैसे खेलो के बारे में सब कुछ जानना चाहते है और उन्हें इन सब के बारे में जानना बहोत ही अच्छा लागता है। जैसे की मेंने कहा की इस खेल को गली ,महोल्ले से लेकर अंतरास्ट्रीय स्तर तक खेला जाता है इन खेल से आमदनी भी होती है। इस खले को सभी पसद करते है इसलिए सभी खेल से ज्यादा टिकिटे इस खेल को देखने के लिए बिकती है। आमदनी और इनकम के लिहाज से यह खेल दूसरे खेलो को टक्कर देता है। क्रिकेट की टिकिट और विज्ञापन से ही लाखो रुपये कमा सकते है.मेरा प्रिय खेल पर निबंध 

क्रिकेट के शरुआत :

      क्रिकेटखेल की शरुआत सन 1478 में फ़्रांस में हुई थी। उस समय गेंद का खेल प्रचलित था और गेंद को एक पतली छड़ी से मारा जाता है। 1926 में क्रिकेट खेल अन्य देशो में भी फ़ैल गया। 1844 में पहली बार संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा के बिच आंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया था। 1927 में भारत में राजगुरु क्रिकेट टूर्नामेंट का आरम्भ हुआ था 1928 में भारत की टीम इंग्लॅण्ड गई। महाराजा रंजीत सिंह इस खेल को बहोत ही पसंद करते थे। 1975 में पहला क्रिकेट वर्ड कप इंग्लॅण्ड में आयोजित किया गया था। 

क्रिकेट के नियम :

      खिलाडी और अधिकारी पुरुषोंकी क्रिकेट में गेंद का वजन 5.5 और 5.75 औस होना चहिए और परिधि में माप को 8/13/16 और 9 होना चाहिए।  

      क्रिकेट के बड़े दिलचस्प नियम है जो बहोत ही कम लोगो को पता है। आज के समय में क्रिकेट के 42 नियम है यानि की कानून है। यह नियम इस खेल को अच्छे से खेलने की पूरी जानकारी देते है। ये नियम में कीसी भी टीम के जितने से या बल्लेबाज को आउट  होने के तरीको से लेकर पिच को तैयार करके तथा उसके रख रखाव तक के सभी जानकारी शामिल है .क्रिकेट का खेल

       दो लोगो के बिच में खेला जाने वाला खेल है और इस खेल में एक टीम में 11 खिलाडी होते है इसके आलावा 12 सदस्य भी होते है  ये खेल मैदान में खला जाने वाला खेल है और मैदान के बिच में एक पिच बनाई जाती है ये पिच की लंबाई 22गज और चौड़ाई में 10 फुट चौड़ी होती है और इस पिच के दोनों तरफ स्टम्प लगे होते है जो तीन होते है इस स्टंम्प की ऊंचाई 28 इंच होती है इस स्टाम्प के बिच में दो गिल्लियां लगी होती है यह तीनो स्टम्प इतने पास पास लगाए जाते है की इनमे से गेंद गुजर न सके .क्रिकेट का गेंद यानि की बोल अलग ही प्रकार का होता है इस खेल का निर्णय दो अम्पायर मिलकर करते है क्रिकेट में गेंद का वजन 5.5 औंस के आशपास होता है .दोनों ही टीम में एक अपना कप्तान होता है और ये कप्तान इन 11खिलाड़िओ में ही शामिल होता है 

       जैसा की मेंने कहा इस खेल का निर्यण दो अंपायर मिलकर करते है और तीसरा भी इसमें शामिल जो मैदान में लगे केमेरे में देख कर फैशला लेता है,जिसका फैसला दोनों टीम को मंजूर होता है क्रिकेट की टीम में बल्लेबाज और गेंदबाद होते है और दोनों ही टीम को बारी बारी बल्लेबाजी और गेंदबाजी करने को मिलती है इन में विशेषग्य बल्लेबाज और गेंदबाज होते है और वही पर एक विकेटजकीपर भी होता है .क्रिकेट में  11 खिलाडी होते है और 12 सदस्य होते है इन 11 में से टीम के किसी एक सदस्य को चोट लगा जाती है अथवा अन्य किसी कारण से बहार जाने पर उस सदस्य की जगह लेता है लेकिन वो 12 सदस्य फील्डिंग यातो क्षेत्रीय रक्षक बन सकते है इन सदश्यो को गेंदबाद ,बल्लेबाज या विकेट कीपर की जगह नहीं दी जा सकती.

        क्रिकेट दो पारियो में खेला जाता है एक पारी में एक टीम बल्लेबाजी करती है दूसरी पारी में दूसरी टीम गेंदबाजी करती है .पहली पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीम का मुख्य उद्देश्य राण या स्कोर बनाना होता है और दूसरी टीम यानि की गेंदबाजी करने वाली टीम का मुख्य उद्देश्य बल्लेबाज को आउट करना एवम रन /स्कोर को रोकना होता है दूसरी पारी में बल्लेबाजी करनेवाली टीम के सामने रन /स्कोर का एक लक्स होता है जो की पहली पारी में सामने वाली टीम ने दिया ,उसे प्राप्त करना होता है.   

      क्रिकेट रास्ट्रीय और अंतरास्ट्रीय होते है क्रकेट के तीन टाइप होते है पहला टेस्ट क्रिकेट दूसरा एक दिवसीय क्रिकेट  और तीसरा ट्वेंटी 20 क्रिकेट है.मेरा प्रिय खेल पर निबंध 

उपसंहार :

     भारत में सभी लोग क्रिकेट के दीवाने है और इसकी दीवानगी तो है ही पर भारत कही अहम् और जरुरी खेल हर भी जाता है तब भी लोग इसे ही पसद करते है। क्रिकेट देखने के लिए कुछ दिन  टिकिट बुक करवा लेते है और स्टेडियम में  देखने के लिए जाते है और खूब मजा लेते है। मैच की बोली भी लगाई जाती है। कुछ लोग मैच की बोली लगते है और पैसे जीतते है। हमारे भारत में जितना त्योहारों पर उत्सव मनाते है  महत्वपूर्ण समझते है उतना ही खेलो को भी महत्व् दिया जाता है। 

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