Thursday, April 30, 2020

Kisan Ki Atmakatha In Hindi Nibandh (Essay) For Students

Kisan Ki Atmakatha In Hindi Nibandh Is written for all Class 1,2,3,4,5,6,7,8,9,10,11,12. All students can use  Essay on Kisan Ki Atmakatha In Hindi in their examination and speech. किसान की आत्मकथा पर निबंध are included for children.

      भारत कृषिप्रधान देश है ऐसा सालो से कहा जाता है। भारत में सबसे ज्यादा किसान थे और यहाँ की मिटटी बहुत ही अनाज पैदा करती है।  किशान भी देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दे सकता है। किशान पुरे देश को खिला ने की ताकत रखता है।  आज इस निबंध में हम किशन की आत्मकथा लिखंगे। भारत के 75% लोग किसान के आंकडेमे आते है।  लेकिन किशान को गरीबी रेखा मेही रहते देखा है। यह एक आश्चर्यजनक बात हे जो पुरे देश की भूख मिटाता है वही गरीब है। वह सबसे ज्यादा महेनत कड़ी धुप में भी करता है लेकिन किशानो को उनकी हक़ की मुड़ी नहीं मिलती है। Kisan Ki Atmakatha In Hindi Nibandh


Kisan Ki Atmakatha In Hindi Nibandh (किसान की आत्मकथा पर निबंध)


प्रतावना :-

       Kisan Ki Atmakatha In Hindi Nibandh मेरा नाम विजय है और में एक किशान हु। में एक छोटे से गांव में रहता हु और यहाँ रहकर खेती करता हु। खेती करने से मेरा और मेरे परिवार का गुजारा हो जाता है। भारत कृषिप्रधान देश है और सभी किशान भाईओ की तरह मिलकर पुरे भारत देश में अनाज की कभी कमी नहीं होने देते। मेरे पास जमीन है और में सभी जमीन में अलग अलग प्रकार के बीज बोकर खेती करता हु। मेरे खेत में बेल और गाड़िया खेती के साधनरूप से बाँधी हुई है। यह बैलगाड़िया मुझे खेती करने में सहायरूप बनती है। सुबह उठकर बेलो को नहलाता हु और उन्हें लेकर खेत की और निकलजाता हु। मेरा मानना है की सभी किसान ईमानदार और महेनतु होते है। 


किसान की आत्मकथा पर निबंध
Kisan Ki Atmakatha In Hindi Nibandh
Kisan Ki Atmakatha In Hindi Nibandh

       भूमि की जुटाई करने में बेल काम में आते है। उसके पीछे हम बीज बोते है।  यह कार्य हर बार अलग अलग खेत में विब्भिन्न प्रकार के बीज के साथ होता है। बीज बोन के बाद उसे पानी देना जरुरी होता है।  इसीलिए हम नजदीकी तालाब या फिर नहेर से पाइपलाइन द्वारा हरेक जमींन में पानी को फैलते है।(किसान की आत्मकथा पर निबंध)जितना अच्छा पानी मिलेगा उतना ही अच्छी खेती होती है।  पानी के साथ खातर भी मिलाना पड़ता है। खातर खेत की फसल को ज्यादा वजनदार और बड़े दाने बनाती है। चाहे सर्दी , गर्मी या फिर बारिश मुझे मेरे खेत और बेल की देखभाल करनी ही पड़ती है।  में साल के तिनसों पैसठ दिन काम करता हु तब जाके मेरा परिवार अपना गुजारा कर पाता है। चाहे तेज बारिश हो में खेत में बीज बोने का काम करता हु।गर्मियों में कई बंजर जमीन को खोदकर उसे खातर और पानी देकर उपजाऊ बनाना पड़ता है। गर्मी की वजह से बहुत पसीना बहता है लेकिन में चिंतित नहीं हु क्युकी यही पसीने की वजह से में स्वस्थ भी हु। 

        सर्दिया आती है तब सब अपने अपने घरो में रजाई ओढ़कर सो जाते है लेकिन में नहीं सो सकता क्युकी सर्दियों में जंगली जानवर फसल बिगाड़ देते है इसीलिए में खेत में जाकर पेड के पास बैठता हु और रातभर फसल की देखभाल करता हु। हमार ज्यादातर समय खेत में ही बिट जाता है।  जब फसल उग जाती है हम परिवार के साथ उसे काटते है और अनाज निकालकर बेचने शहर जाते है।  इतनी महेनत के बाद उगाई हुई फसल का हमें पूरा पैसा नहीं मिलता क्युकी बीचमे बेचने वाले ही आधा पैसा खा जाते है। किशानो की आपको मदद भी करनी चाहये सरकार द्वारा ऐसे कमीशन खाने वाले लोगो पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए।  इतनी कठिनाईओ के बाद खेड हर नहीं मानता इसीलिए खेडूत को प्रकृति का पुत्र भी कहा जाता है। 

खेती पर मेरी राय 

में गरीब हु इसीलिए में विज्ञानंद्वारा खेती के साधनो का उपयोग नहीं कर सकता और मुझे पुराणी परंपरा के अनुसार खेती करनी पड़ती है। भारतकी खेती मानसून पर आधारित है कई बार उनकी ऋतु की वजह से बड़ी बड़ी फैसले भी नस्ट हो जाती है। यह मेरे जैसे किसान के लिए बहुत ही बड़ा नुकसान हों सकता है। इसीलिए हम गरीब ही रहते है और हमें अच्छी जगह रहने को नहीं मिलता और कई बीमारियों से पीड़ित भी होना पड़ता है। 

इस प्रकार मानसून किशानो की फसल बिगड़ता है और कई बार बारिश भी ज्यादा होने की वजह से बाढ़ आयति है यह एक कृषि के लिए बाढ़ अभिशाप बन जाता है। बारिश खेती के लिए अत्यत जरुरी है।  पुरे साल किशान बारिश का इंतजार करते है। लेकिन बारिश जरुरत की हो तभी सफल होती है ज्यादा बारिश बाढ़ लाती है। किसान की आत्मकथा पर निबंध

किशानो को सरकारी मदद :-

भारत किशानो की वजह से चलता है इसीलिए सरकार द्वारा किशानो को औजार और वैज्ञानिक खेती औजार मिलने चाहिए और नयी कृषि पद्धति के बारेमे किसान को जागृत बनाना चाहिए। अच्छी सिंचाई पद्धति को बढ़ावा देना चाहिए। आज किशानो की मदद सरकार कर रही है।  जब की पहले किशानो को खेती करना बहुत मुश्किल साबित होता था। लेकिन आज सर्कार द्वारा कई योजना किशानो के लिए अमल में आयी है जैसे की सहकारी समिति योजना हर गांव में अमल में आ गयी है। किसान को सरकार द्वारा अब कुछ खास बढ़ावा मिल रहा है। Kisan Ki Atmakatha In Hindi Nibandh


Kisan Ki Atmakatha Essay In Hindi

Kisan Ki Atmakatha In Hindi Nibandh
Kisan Ki Atmakatha In Hindi Nibandh

भूमि का वितरण , बंजर भूमि को खेती लायक बनाना , भूमि को जोतना सब सुधारा हो गया है जिससे भारत के किशान गरीबी रेखा से निकलकर माध्यम वर्गीय जनता बन रहे है।  किशानो का जीवनस्तर ऊपर आ रहा है। और भी सरकार किशानो को बढ़ावा दे तो हमारे देश का किसान एक समृद्ध और अच्छा जीवन बिता सकते है। 

उपसंहार :-

किशानो की वजह से भारत देश में अन्न की कमी नहीं होती है इसीलिए सर्कार और आप सभी को मिलके किशानो को जागृत कर अच्छी फसलों के लिए प्रेरित करना होगा।हमें इस्नसे सिख मिलती है की कई कठिनाइया जीवन में आये पीछे नहीं हटना और महेनत करते रहना चाहिए। जब खुस रहेगा किशन तभी तो आगे बढ़ेगा भारत।  देश की अर्थव्यवथा के लिए किशानो का भी बड़ा योगदान है। किसान की आत्मकथा


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