Saturday, April 25, 2020

Essay On Independence Day In Hindi For All Students

Essay On Independence Day In Hindi Is written for all Class 1,2,3,4,5,6,7,8,9,10,11,12. All students can use Independence Day Essay In Hindi in their examination and speech. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 10 lines are included for children.

     15 अगस्त 1947 भारत की स्वतंत्रता का ऐतिहासिक दिन था।  इस दिन को भारत में एक त्यौहार की तरह मनाया जाता है। भारत की स्वतंत्रता के लिए भारत के सैनिकोंने अपनी जान देव पर लगाकर इस स्वतंत्रता को हासिल किया था।  सबसे पहले देश को आजादीके बाद प्रधानमंत्री का चुनाव किया गया और पडिंत जवाहरलाल नहेरु को देश का सौप्रथम प्रधानमंत्री घोषित किया गया। देश की राजधानी नई दिल्ली पर नहेरुजीने अपना राष्ट्रध्वज  फरकाया और तब से आज तक सभी जगहों पर इस दिन राष्ट्रध्वज फरकाया जाता है।  और शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है। 


Essay On Independence Day In Hindi (स्वतंत्रता दिवस पर निबंध)


    आज की इस पोस्ट में Independence Day पर विस्तार पूर्वक चर्चा करेंगे।  गाँधी जयंती , रिपब्लिक डे और Independence Day को भारतीय पर्व की तरह मनाया जाता है।  Independence Day भारत का अत्यत महत्वपूर्ण दिन है। छोटे से क्लास से लेकर बड़े बच्चो को भी इस दिन की जानकारी होनी चाहिए।  इस लेख में आपको Independence Day Essay In Hindi को विस्तार पूर्वक लिखा गया है। 


Essay On Independence Day In Hindi - स्वतंत्रता दिवस पर निबंध
Essay On Independence Day In Hindi - स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

प्रस्तावना :-

   ब्रिटिश सर्कार की 200 साल से भारत देश गुलामी कर रहा था।  इस गुलामी से 15 अगस्त 1947 में आजादी मिली इसी ख़ुशी में Independence Day को भारत में पर्व की तरह मनाया जाता है। हमारे सेनानियोने अपनी जान डाव पर लगाकर इस भारत देश की स्वतंत्रता को हासील किया है।(स्वतंत्रता दिवस पर निबंध) आज हम स्वतन्त्र भारत में जी रहे रहे है मौज मस्ती कर रहे है अपना जीवन शांतिपूर्वक चल रहा है।  नजाने कितनो लोगो ने अपना परिवार खोया और सब कुछ न्योछावर कर कर हमारे भारत देश को आजाद करवाया। इस स्वतंत्रता का मूल्य जो भी लोग समझते है वह सब इन शहीदों के लिए इस दिन प्राथना करते है। 

    भारत के स्कुल, कॉलेज , बड़ी बड़ी सरकारी सस्था और कार्यालय में सभी काम बंध रहते है और Independence Day के लिए कार्यक्रम आयोजित करते है। और भारत का मुख्य समारोह नई दिल्ली लाल किल्ले पर आयोजित किया जाता है। और टीवी द्वारा पुरे भारत देश में दिखाया जाता है। 

स्वतंत्रता दिवस का इतिहास:-

     भारत का यह इतिहास वर्षो पुराण है इसमें कई सदिया निकल गयी।  भारत पर कई देशवाशिया हमले करते थे और भारत की संस्कृति पर ठेस पहुंचते थे। कई विदेशी लोग भारत पर आक्रमण करके उस हिस्से को अपने वश में करलेते थे और वह पर रहने वालो को गुलामी करवाते थे।  यह सिलसिला लगभग मुगलो राजाओ के पहले से चलता आ रहा है। 18 मि सदी के बाद भारत पर ब्रिटिश अंग्रेजी लोगो ने हक़ जताया और भारत को गुलाम बनाया था। इस सदी में आधे से भी ज्यादा भारत देश गुलामी कर रहा था। Essay On Independence Day In Hindi 

     अपने ही देश में गुलामी का जीवन बिता रहा था भारत देश।  अनाज, धन और जमीने होने के बाद भी उन पर कोई अधिकार नहीं कर सकता था। तब कई क्रांतिकारियों ने इस गुलामी से छुटकारा लेने का फैसला किया और सब एक जूथ हो गए। इनमे से चद्र सेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोज , भगत सिंह यह सब क्रांतिकारी की मिशाल बन गए।  इन्होने देश के लिए अपना प्राण त्याग दिया। जब भी कोई भारतवाशी आवाज उठाते थे तब अंग्रेजी ब्रिटिश सर्कार उनकी आवाज दबाने के लिए कई हत्या भी करते थे और नुस्के अपनाते थे।  हत्या और अत्याचार का उदहारण जलियावाला बांग है।  लेकिन महात्मा गाँधी और पंडित जवाहर लाल नहेरु ने अहीशा के रस्ते पर चलकर कई बार जेल भी गए और अग्रेजो का अत्याचार और लाठिया भी सही लेकिन हर न मानते हुए 15 अगस्त 1947 में अपने देश में रहने वाले सभी अंग्रजी और ब्रिटिश प्रजा को मार भगाया। बहोत से सत्याग्रह और आंदोलन किये गए और देश को आजादी दिलाने वाले इन सभी क्रांतिकारियों को दिल से श्रद्धांजलि इस दिन को दी जाती है। 

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सौप्रथम झंडा फरकया  15 अगस्त:-

     भारत देश में सो प्रथम पंडित जवाहरलाल नहेरुने भारत की राजधानी नई दिल्ली के लाल किल्ले पर झंडा फरकया।  तब से आज तक और आने वाले कई दिनों में इसी दिन को ध्वज को फरकया जाता है और धवज वंदन किया जाता है। 

स्वतन्त्रता दिवस का कार्यक्रम:- 

    200 साल की कड़ी गुलामी के बाद 15 अगस्त 1947 के दिन को भारत का स्वर्णिम दिवस कहा जाता है।  इस दिन सभी स्कूलों कॉलेज और सरकारी सस्था पर ध्वज फरकने का और सांस्कृतिक कार्यक्रम किया जाता है।  कार्यक्रम में सबसे पहले परेड करवाई जाती है। जैसे ही परेड खत्म होती है मैदान में राष्ट्रध्वज फरकया जाता है और उपस्तित सभी लोगो द्वारा खड़े होकर ध्वज वंदन किया जाता है।  इस कार्यक्रम में सभी एक जूथ होकर राष्ट्रगान करते है। सभी सथाओ में ध्वज को रखा जाता है।  इस दिन छुट्टी होती है लेकिन सब इस कार्यक्रम में अपना योगदान देते है और भारतदेश के वासी होने का ऋण अदा करते है। ध्वजवंदन के बाद छोटे बच्चे संगीत कार्यक्रम करते है और इस्नमेँ से जितने वाले को सम्मानित करके पुरस्कार भी दिया जाता है। उसके बाद जो भी यह कार्यक्रम आयोजित करते है उनके द्वारा मिठाई और बच्चो के लिए चॉकलेट बाटी जाती है। Essay On Independence Day In Hindi 

     सबसे ज्यादा  स्कुल और कॉलेज में यह दिन सबसे ज्यादा मनाया जाता है।  इसमें स्कुल के हि नहीं आसपास के सभी लोग इस दिन के कार्यक्रम में आते है और ध्वजवंदन करते है।  इस दिन कोई भी रोकटोक नहीं होती है जो भी आना चाहे इस कार्यक्रम में आ सकता है। यह दिन जात पात और धर्म के आधार पर नहीं है। सभी धर्म और जाती के लोग भारत देश बनाते  है इसीलिए सभी इस कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। कार्यक्रम की समाप्ति पर सभी आंख बंध करके शहीदों के लिए प्राथना करते है। स्वतंत्रता दिवस पर निबंध


स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

Essay On Independence Day In Hindi - स्वतंत्रता दिवस पर निबंध
Essay On Independence Day In Hindi - स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

उपसंहार:-

     हमारे देश के विरो का बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए इसे हमें सिख मिलती है की कोई भी नै प्रजा को भारत में व्यापार करने के लिए नौमती नहीं दी जाये।  और कालाबाजारी , गुशण खोरी , आतंकवादी हमले न हो इसीलिये सब को एक जूथ रहना है। (Essay On Independence Day In Hindi ) आज हम अनादमय जीवन बिता रहे है उसका फल भारतीय क्रांतिकारियों पर जाता है।  एक जूथ होकर रहे और देश को प्रगति की और ले जाये। 



Independence Day Essay In Hindi 500 Words - Swatantrata Diwas Par Nibandh 500 सब्द 



प्रस्तावना :- 

   15 अगस्त 1947 भारत का स्वर्णिम दिवस भी कहा जाता है।  इसी दिन भारत को 200 साल की गुलामी के बाद स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी।  इसे बड़ी ख़ुशी दिन कोई और नहीं हो सकता।  इस दिन को भारत की जनता त्यौहार की तरह मनाती है। Independence Day Essay In Hindi 500 Words

स्वतंत्रता दिवस का स्वर्णिम इतिहास:-

    देश पर विदेशियों द्वारा हमले होते थे और वह भारत की कई चीजवस्तु और सामग्री ले जाते थे।  18 मि सदी में जब ब्रिटिश अंग्रेजी सरकार भारत में आयी तब उन्होंने भारतवाशियों को गुलाम बनाया और भारत में रहकर धन और सांस्कृतिक सामग्री अपने देश में ले जाने लगे। भारत के वासियो अपने देश में ही गुलामी का जीवन बिता रहे थे। धन, जमीन और अनाज होने के बाद भी उनपर कोई अधिकार नहीं जता सकता था।  जो भी अंग्रेजो के खिलाफ आवाज उठाता उसपर ब्रिटिश लोग अत्याचार करते थे।  उनका जानामाना उदाहरन जलियावाला बांग है। 

    हमारे देश मेसे कई ऐसी चीजवस्तु वह अपने देश में ले गए जिसकी कीमत करोडो में थी।  कोहिनूर का वह हिरा अंग्रेजी सरकार चुरा कर ले गए आज भी वह कोहिनूर उनकी रानी के मुकट में हे। लेकिन हमारी भारतीय संस्कृति लुप्त नहीं हो सकती क्युकी यहाँ पर हिरे , रत्न और मोती देवी देवताओ द्वारा प्राप्त हुए थे।  आज भी भारतीय अतिथि को देवी देवताओ की तरह पूजते है और उनका आगमन करते है। आज भी अंग्रेज भारत आते है लेकिन सिर्फ प्रवास और पर्यटन के लिए उन्हें यहाँ का स्थायी नागरिक का कोई अधिकार नहीं दिया जाता। स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

भारतीय सेनानीयो का योगदान :-

     भारत में अंग्रेजोने अपना ज्यादा हक़ जताया तब तक कोई भी आवाज नहीं उठाया लेकिन कुछ बहादुर लोगोने एक जूथ होकर उनसे लड़ने का फैसला किया , महात्मा गाँधी और जवाहरलाल नहेरु ने कई लोगो में जागृतता पैदा की और देश को आजाद करने के लिए प्रेरित किया।  चंद्रशेखर आजाद  , लाला लाजपतराय , सरदार वल्लभभाई पटेल , सुभाषचंद्र बोज यह सब क्रांतिकारियों ने अपनी आंखरी साँस तक भारत की आजादी के लिए लड़ाई की है। महात्मा गाँधी का सबसे अमूल्य योगदान भारतको आजाद करने में है। (Swatantrata diwas par nibandh) सबसे लोकप्रिय थे महात्मा गाँधी। उन्होंने अहिंसा के रस्ते पर चलके ब्रिटिश सर्कार का जुल्म और लाठी भी सही लेकिन देश को आजादी दिलाई। 

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स्वतत्रता दिवस का कार्यक्रम:-

     इस दिन को सभी स्कुल कॉलेज और सरकारी, धार्मिक जगहों पर कार्य बांध रखा जाता है और 15 अगस्त 1947 को त्यौहार के रूप से मनाया जाता है। सबसे पहले कार्यक्रम की सरुआत में गांव के सरपंच या सहर के मुक्यमंत्री या इनसे जुड़े खास व्यक्ति को आमंत्रित किया जाता है। (Independence Day Essay In Hindi 500 Words)और पहल परेड करवाने से होती है।  परेड भारतीय सेनानियों का प्रतिक है। उसक बाद खास व्यक्ति द्वारा ध्वज को फरकया जाता है और सभी लोग एक साथ ध्वज वंदन करते है और राष्ट्रगीत गाते है।  और बादमे कुछ संगीत कार्यक्रम के साथ इस कार्यक्रम को सम्पन्न किया जाता है। 

निष्कर्ष:- 

     भारत के सहीदो को यद् किया जाता है।  कोई भी जाती और धर्म में न झगड़कर सब एक जूथ मिलकर रहेंगे ऐसा फैसला करना चाहिए।  सभी धर्म एक और सभी धर्म से भारत देश बनता है।  बहार के अंग्रेजियो को भारत में व्यापर के लिए नहीं घुसने देना चाहिए और देश को प्रगति की तरफ ले जाना चाहिए। 


Short Essay On Independence Day In Hindi


     महात्मा गाँधी और उनके साथ हजारो क्रांतिकारियों ने मिलकर भारत देश को 15 अगस्त 1947 को आजादी दिलाई थी।  इस दिन को भारत में पर्व की तरह मनाया जाता है और इसे स्वर्णिम दिवस भी कहा जाता है। हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। 

    200 साल भारत ने अंग्रेजी ब्रिटिश प्रजा की गुलामी की , लेकिन महात्मा गाँधी , पंडित जवाहर लाल , सुभष चंद्र बोज , लाला लाजपत राय , भगत सिंह जैसे होनहार क्रांतिकारियों की वजह से आज देश आजाद है। कई आंदोलन और सत्याग्रह महात्मा गाँधी और उनके साथ इन सब क्रांतिकारियों ने मिलकर किये। उसमे अंग्रेजो से कई अत्याचार और लाठिया  भी सही लेकिंन पीछे नहीं हटे और देखते ही देखते सभी अंग्रेजी प्रजा को निकल फेका और देश को स्वतंत्रता दिलाई। Short Essay On Independence Day In Hindi

     इस दिन को राष्ट्रीय  गान के साथ ध्वज फरकाया जाता है।  राष्ट्रीय और देश के प्रधामंत्री द्वारा १५ अगस्त को देश की राजधानी नई दिल्ली के लाल किल्ले पर राष्ट्रध्वज किया जाता है।  सभी इस राष्ट्रध्वज को देखने समाचार का इंतजार भी करते है। कई लोग सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जाते है। इस दिन का वातावरण भी देशभक्ति जैसा रहता है।  स्कुल कॉलेजों में ध्वजवंदन का कार्यक्रम होता है। परेडी करवाई जाती है और उसके बाद ध्वज वंदन राष्ट्रीय गीत के साथ होता है। 

     इस स्वतत्राता दिवस को उमग के साथ मनाया जाता है।  बड़ी उम्र वाले नेताओ की भाषण का इंतजार करते है।  बच्चे और युवान स्कुल और कॉलेजों में जाकर इस ध्वजवंदन के कार्यक्रम में जुड़ जाते है। महात्मा गाँधी के अहिंसा के आंदोलन से कई कठिनाई के बाद भारत देश को आजादी की साँस मिली। उन्होंने कई कुपरपरा को देश से निकाल दिया और एक स्वर्णिम भारत बनाया। देश में बढ़ रही क्रुप्रथाओ को गांधीजीने निकाल दिया। कुछ आंदोलन और सत्याग्रह द्वारा आवाज उठाई तब अंग्रेजो द्वारा लाठी पड़ने लगी और इस लाठी चार्ज में लाला लाजपतराय की मूत्रयु हो गयी।  आवेश में आकर सांडर्स की हत्या भगतसिंग और सुखदेव ने करदी और इस की वजह से उनको फांसी हो गयी। आजादी की लड़ाई में कई क्रांतिकारियों शहीद हो गए उनके लिए हमें प्राथना करनी चाहिए। 

निष्कर्ष :-  कोई भी दूसरी प्रजा को भारत में वेपार के माध्यम से नहीं आने देना चाहिए। (Essay On Independence Day In Hindi)  पिछले वर्षो को ध्यान में रखते हुए कोई भी दूसरे देशवासियो को भारत की नागरिकता नहीं देनी चाहिए और जाती धर्म के खिलाफ न होकर सभी एकजुट होकर रहना चाहिए। 


Independence Day Essay In Hindi 10 lines



  • 15 अगस्त 1947 को भारत को गुलामी से स्वतंत्रता मिली थी उसकी ख़ुशी में इस दिन को त्यौहार की तरह मनाया जाता है। 
  • इस दिन प्रधानमत्री द्वारा लाल किल्ले पर ध्वज फरकया जाता है और ध्वज वंदन किया जाता है। 
  • देश को आजादी दिलाने वाले सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देकर याद किया जाता है। 
  • भारत के आलावा और भी तीन देश १५ अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मानते है। 
  • सभी सरकारी कार्यालय में अवकाश होता है। Independence Day Essay In Hindi 10 lines
  • स्कुल कॉलेज और सरकारी कार्यालयों में दवज वंदन का कार्यक्रम किया जाता है। 
  • देश की सभी मिलेट्री और देश की रक्षा करने वाली सेनाओ द्वारा परेड की जाती है। 
  • इस दिन सभी जाती और धर्म के लोग एक होकर इस दिन को मानाते है। 
  • यह दिन सब को एकजुट रहकर रहने का सन्देश देता है। 
  • कार्तिकारियो और शहीदों के लिए प्राथना की जाती है। 

Frequently Asked Questions For Independence Day


What is Independence Day and why do we celebrate it?
(स्वतंत्रता दिवस क्या है और हम इसे क्यों मनाते हैं?)
Ans:- इसी दिन भारत को 200 साल की गुलामी के बाद स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी इसलिए इसे स्वतंत्रता दिवस कहा जाता है।  इसे बड़ी ख़ुशी दिन कोई और नहीं हो सकता।  इस दिन को भारत की जनता त्यौहार की तरह मनाती है। 

How do we get independence day?
(हमें स्वतंत्रता दिवस कैसे मिली है?)
Ans:- कई आंदोलन और सत्याग्रह महात्मा गाँधी और उनके साथ इन सब क्रांतिकारियों ने मिलकर किये। उसमे अंग्रेजो से कई अत्याचार और लाठिया  भी सही लेकिंन पीछे नहीं हटे और देखते ही देखते सभी अंग्रेजी प्रजा को निकल फेका और देश को स्वतंत्रता दिलाई।

What is the importance of independence?
(स्वतंत्रता का महत्व क्या है?)
Ans:- जब अंग्रेजी लोग भारत पर राज कर रहेथे तब वह जमींन, धन को भारतीय का अधिकार नहीं होने देते थे।  लेकिन स्वतंत्रता के बाद भारतीय कही भी कोई बन्हि व्यापार और नौकरी कर सकते हे।  अपना भविष्य बना सकते है।  जमींन वाले खेतीवाड़ी कर सकते है। 

What is the history of Independence Day?
(स्वतंत्रता दिवस का इतिहास क्या है?)
Ans:- 18 मि सदी में जब ब्रिटिश अंग्रेजी सरकार भारत में आयी तब उन्होंने भारतवाशियों को गुलाम बनाया।अपने ही देश में गुलामी का जीवन बिता रहा था भारत देश।  अनाज, धन और जमीने होने के बाद भी उन पर कोई अधिकार नहीं कर सकता था।  महात्मा गाँधी के अहिंसा के आंदोलन से कई कठिनाई के बाद भारत देश को आजादी की साँस मिली। 

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