Thursday, April 23, 2020

The Newspaper Essay In Hindi (समाचार पत्र) For Students 1 To 12

The Newspaper Essay In Hindi Is written for all Class 1,2,3,4,5,6,7,8,9,10,11,12. All students can use The Newspaper Essay in their examination and speech. समाचार पत्र पर निबंध are included for children.

The Newspaper Essay In Hindi - समाचार पत्र पर निबंध


प्रस्तावना :

      अख़बार यानि की समाचार पत्र हमारे जीवन का महत्व पूर्ण अंग है पर चार पत्र आज के युग में हमारे जीवन की आवश्यकता बन गया है। आज का मनुष्य इस अंसार में घटने वालीआजकल का जमाना बड़ा ही डिजिटल हो गया है उसके बाद अख़बार का महत्व् काम हो गया है। (The Newspaper Essay In Hindi) अखबार का बड़ा महत्व् है जो लोग अख़बार को जानते और समझते है और उसका महत्व् जानते है वो लोग रोज अख़बार खरीदते है और पठते है। बाजार में बहोत ही अख़बार बिकते है। भारत में सबसे बड़ा अख़बार बाजार है और 78.8 मिलियन ये बिकते है। 

समाचार पत्र का जन्म :

      सभी व्यक्ति अख़बार में कुछ अलग अलग पढ़ना चाहते है कुछ लोग रोजगार सबंधित माहिती पढ़ना चाहते है ,कुछ व्यवसाय के बारे में ,सामाजिक बाते और अन्य बातो को जनाने के लिए रोज अखबार पढता है। समाचार पत्र का जन्म इटली के वेनिस नगर में 16 शताब्दी में हुआ और उत्तरोत्तर प्रचार भी हुआ और इसका पहला प्रचार १७ मि सताब्दी पर इंग्लॅण्ड में हुआ और समाचार पत्र का नाम भी बहोत   ज़माने में यानि की ब्रिटिश शासन स्थापित हुआ तब समाचार दर्पण नामक पत्रक निकला था। समाचार पत्र पर निबंध

समाचार पत्र पर निबंध

The Newspaper Essay In Hindi
The Newspaper Essay In Hindi समाचार पत्र पर निबंध

दुनिया का पहला अख़बार छापा :

      हमारे भारत में अख़बार का प्रकाशन 30 मई 1826 में पहली बार हिंदी अख़बार सुरु हुआ था और इस दिन को हमारे भारत में पत्रकारिता के रूप में मनाया जाता है। इस अख़बार में साप्ताहिक अख़बार  भी छपता है और ये सिर्फ मंगलवार के दिन ही छपता है। इस अख़बार को पंडित कुमार शुक्ल ने शुरू किया था। पहले संस्करण की कुल 500 प्रतिया छापी गई थी। आज के आधुनिक युग में समाचार चुटकिओ में पाए जाते है और अगर मोबाइल साथ में हो तो एक क्लिक में ही सरे समाचार की माहिती  घर बैठे मिल जाती है और टीवी की मदद से भी समाचार जान सकते हो

     आज कल इंटरनेट के माध्यम से सारी माहिती मिल जाती है। कहते है की भारत का न्यूज़ पेपर यानि की समाचार पत्र आजादी पहले प्रकाशित हुआ था। आजादी से पहले समाचार पत्रों के समय को सख्त सरकारी नियंत्रण और सेंसरशिप के नाम से जाना जाता था और कुछ लोग ऐसा भी कहते है की 29 जनवरी 1780 को जेम्स ऑगस्ट हिक्की द्वारा प्रकाशित किया गया था।   कहते है भारत की आजादी में न्यूज़ पेपरों का खास योगदान था।

समाचार पत्रों की कंपनिया और प्रकाशन :

      हमारे जीवन में समाचार पत्र  का बड़ा महत्व है। समाचार पत्र का एक बड़ा लाभ शिक्षा में भी है । समाचार पत्र हमारे जीवन  उपयोगी एवम लाभदायक है। समाचार पत्र वो माध्यम है जिसे हमें देश,दुनिया और पुरे संसार की  बरोज की ख़बरें मिलती रहती है। समाचार पत्रों का प्रकाशन और व्यवसाय स्वतंत्र है। महानगरों से निकल ने वाला स्थानीय समाचार पत्र कोई एक व्यक्ति अपनी पूंजी लगाकर निकल लेता है किंतु बड़े समाचार पत्रों को बड़ी कंपनिया प्रकाशित करती है और उस कंपनी में बहोत सरे विभाग और कही कर्मचारी काम करते है। इस कंपनी को चलाने के लिए अलग अलग विभागों के विभागीय कर्मचारी काम करते है। The Newspaper Essay In Hindi      

      बड़ी-बड़ी कंपनीओ में समाचार को संपादन करने के लिए एक अलग प्रधान संपादन भी होता है।संपादकीय विभाग के अधिरिक्त बिक्री विभाग ,विज्ञापन विभाग ,पत्रव्यवहार विभाग ,प्रिंटिंग और कम्पोज़िंग विभाग ये सभी विभागे होते है।ये सभी विभाग एक दूसरे से जुड़े हुए होते है और एक दूसरे के सहयोग से काम करते है  सुबह होते ही (समाचार पत्र पर निबंध) समाचार पत्रक वितरण करने वाला सुबह सुबह हमारे घर समाचार पत्र पहोचता है। ऐसे समाचार पत्र प्रकाशित होते है और बिकते भी है

समाचार पढ़ने का लाभ :

      समाचार पत्रों को पढ़ने से कही लाभ होते है। समाचार पत्रों में शहर ,राज्य ,देश ,विदेश सभी क्षेत्रों के सासमाचार हमें समाचार पत्र द्वारा घर बैठे मिल जाते है। समाचार पत्रों द्वारा शिक्षा से जुडी माहिती भी विद्यार्थी को मिल जाती है। इन से हमारे ज्ञान में वृद्धि होती है।ये सभी लोगो में देश प्रेम भावना भी जागृत करता है। समाचार पत्रों के जरिये हमें बहोत कुछ जानने को और सिखने को मिलता है। समाचार पत्र सामाजिक कुनीतियों को दूर करने में मदद करता है।  इस के द्वारा शाशन में भी सुधार लाया जा सकता है। समाचार पत्र सरकारी शाशन ,कामकाज  में सुधार लाया जा सकता है। आज के समय में किसी का भी भरोषा नहीं परन्तु एक समाचार पत्र ही है जो ईमानदारी से अपनी भूमिका निभाता है। समाचार पत्र पुरे विश्व में एक दूसरे को जुड़े रखता है और मानवता की भावना उत्पन्न करता है

       समाचार पत्र में त्योहारों के बारे में भी प्रकशित होते है। समाचार पत्र में सभी त्योहारों की शुभेच्छा भी छपती है और त्योहरों का इतिहास और महत्व् भी लिखा हुआ होता है। समाचार पत्रों में चुनाव के समय बड़ी खबरे छपती है। उस समय चुनावी माहोल में नेताओ और सभ्यो किरोज बरोज नई नई खबरे छपती है। समाचार ढूढ़ने के लिए बहोत सारे पत्रकार भी होते है। (The Newspaper Essay In Hindi) पत्रकार लोग अलग अलग जगह पर जाकर माहिती एकत्रित करते है फिर न्यूज़ कंपनी में जेक समाचार प्रकाशित करते है 

      समाचार पत्र विविध क्षेत्रों में जो घटनाये घटती है वहा की माहिती लेकर प्रकाशित करता है और देश विदेश के कोने कोने में प्रसारित यानि की फैलता है। आज के दौर में अंतरास्ट्रीय स्तर पर घटने वाली कोई भी घटना को न्यूज़ पेपर के जरिये पुरे विश्व में फैलाया जाता है। समाचार पत्रों में से प्रकाशित होने वाली जरुरी सरकारी माहिती और सूचनाओं और जो जरुरी विज्ञापन होते है उन में हमें कही सारी जरुरी माहिती मिल जाती है। इस में महान व्यक्ति की जीवनगाथा के बारे में माहिती होती है और धार्मिक बाते भी होती है। समाचार पत्रों के जरिये हमें बहोत कुछ जानने जानने और समझने को मिलता है। 

मनोरंजन का साधन :

अखबार यानि की समाचार पत्र एक मनोरंजन का भी काम करता है। अख़बार में केवल गंभीर खबरे ही नहीं होती है बल्कि कोई एक पेज पर मनोरंजन भी छुपा होता है। मनोरंजन में रोज एक का एक मनोरंजन दर्शाने वाली कहानिया ,पहेलियाँ ,सुडोकु ,जोड़नी जैसी मनोरंजन दर्शानेवाली चीजे होती है। समाचार पत्र में ऐसे खेल भी छपते है जो आपको मनोरंजित करते है . समाचार पत्र पर निबंध

उपसंहार :

      अखबार से हमे फायदे और नुकसान भी होता है। अखबार हमें जानकारी और मनोरंजन दोनों ही प्राप्त करता है। अखबार अलग अलग भाषाओ में छपता है। ये पढ़ने वालो पर निर्भित रहता है की उन्हें कोनसी भाषा में दिलचस्पी है। अलग अलग भाषाओ ओर उनकी प्रभावी कीमतों पर निर्भित रहता है। अखबार को कही भी और कभी भी पढ़ा जा सकता है। (The Newspaper Essay In Hindi) अख़बार विक्रेता रोज सुबाह हमारे घर पर अखबार रख जाता है जिससे हमें आसानी से अखबार पत्र मिल जाये और कही भी बहार जाना न पड़े। अखबार हमें हमारे समाज से जुड़े रखने की एक अनमोल चाबी है 

Samachar Patra essay in Hindi 100 Words 


     यह एक निर्जीव पत्र है लेकिन इसके महत्त्व की कल्पना करना बहुत ही मुश्किल है। सुभह के चाय या कोफ़ी के साथ सबसे आवश्यक चीज होती है समाचारपत्र।  पूरी दुनिया में जो हो रहा है उसकी पूरी जानकारी सिर्फ समाचार पात्र में आपको मिलती है। समाचारपत्र दुनिया की सभी जानकारिया , वादविवाद और प्रशाशन के अनेक वर्णन भरे सब्द से लिखा जाता है। समाचारपत्र  सामाजिक मुद्दों, बेरोजगारों, खेल, व्यापारियों, शिक्षा, दवाओं, अभिनेताओं, मेलों, राजनयिकों, अंतर्राष्ट्रीय समाचार, विज्ञान,त्योहारों, तकनीकों आदि के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देता है।  अख़बार का छापा हुआ आर्टिकल समाजमे जागृतता और समाज को आगे बढ़ने में सक्षंम है। 


Frequently Asked Questions For Newspaper Essay 


1. What is the importance of newspaper? (अखबार का महत्व क्या है?)
समाचार पत्रों को पढ़ने से कही लाभ होते है। समाचार पत्रों में शहर ,राज्य ,देश ,विदेश सभी क्षेत्रों के सासमाचार हमें समाचार पत्र द्वारा घर बैठे मिल जाते है। ज्यादा जाने लाभ ऊपर निबंध में। 

2. What is newspaper and its uses? (अखबार और उसके उपयोग क्या है?)
अख़बार पूरी दुनिया के साथ चलता है।  देश विदेशो में जो भी घटना हो रही है सब आपको कुछ घंटो में मिल जाती है।  अख़बार से सब डिजिटल बने रहते है और जागृत रहते है। समाचारपत्र  सामाजिक मुद्दों, बेरोजगारों, खेल, व्यापारियों, शिक्षा, दवाओं, अभिनेताओं, मेलों, राजनयिकों, अंतर्राष्ट्रीय समाचार, विज्ञान,त्योहारों, तकनीकों आदि के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देता है।आप सभी को अख़बार से जुड़े रहना चाहिए। 

3. Is newspaper dying essay? (क्या अखबार आदत हो रहा है निबंध?)

है अख़बार पढ़ना सबकी एक आदत सी हो गयी है लेकिन इसे खतरनाख नहीं कहा जा सकता क्युकी अख़बार में कई रूप से आपको खबरे मिलती है आप देश विदेश में चलने वाली घटना और वादविवाद से जागृत रहते है। 

For all the essays and practice related news and practice, connect with our website and read and proceed.

Previous Post
Next Post

post written by:

0 comments: