Wednesday, April 29, 2020

Essay On Beti Bachao Beti Padhao In Hindi For Students

Essay On Beti Bachao Beti Padhao In Hindi Is written for all Class 1,2,3,4,5,6,7,8,9,10,11,12. All students can use Beti Bachao Beti Padhao Essay In Hindi in their examination and speech. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध are included for children.

    "बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ" यह  योजना है  स्त्री के अधिकार के लिए बनाई गयी है। परिवार में स्त्री और पुरुष दोनों की जरुरत होती है।  एकेले पुरुष समाज और परिवार को नहीं चला सकते हे।  जीवनचक्र पुरुष और स्त्री को एक जैसा बताता है। नारी का जितना भी सम्मान करेंगे उतने ही आपके परिवार और घरो में सुख और शांति का विकाश होगा।   देश में स्त्री की गटती संख्या देख सब परेशां है।  स्त्री की संख्यामे गटाड बहुत ही चर्चित विषय भी बन चूका है। इसीलिए सर्कार द्वारा "बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ" योजना को लागु किया सिर्फ यही नहीं नारी शिक्षा, नारी सशक्तिकरण ,नारी सकती , लाड़ली योजना को भी लागु किया है।  महिलाओ को उनका अधिकार मिलना चाहिए इसीलिए ऐसी योजनाए सरकार द्वारा बनाई जाती है। 

Essay On Beti Bachao Beti Padhao In Hindi


प्रस्तावना:-

         Essay On Beti Bachao Beti Padhao In Hindi कई सालो से स्त्री पर अत्याचार करते आ रहे है।  आपको पता हे की भारत के पिछले पन्नो का स्मरण करे तो एक राजा की 50 और 100 रानियाँ हुआ करती थी।  तब से स्त्री का अधिकार स्त्री को नहीं मिल रहा है। माता सीता भी श्री राम की पत्नी हो कर रावण का सामना करना पड़ा था वैसे ही यह कलयुग का रावण हर घर में होता ही है। केवल पुत्र की आशा रखने वाले लोग लिंग की पहचान करवाते है और बेटी हो तो उनकी हत्या कर देते है।भारत वर्ष 1961 से लिंग अनुपात की वजह से स्त्री के आंकडेमे भारी गटाड सामने आया है।  2011 में 1000 पुरुष के सामने स्त्री की संख्या 918 है।  यह मामूली गटाड नहीं है क्युकी इसमें छुपी लोगो की सोच बदलनी है। लड़किया सभी काम कर सकती है।  देश की प्रगति में भी उनका अमूल्य योगदान रहेगा। महिलाए पुरुष से कम नहीं है वह उनके साथ कंधे से कन्धा मिलाकर चल सकती है।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध



essay on beti padhao beti bachao in hindi
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध

बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ क्या है ?

       बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ भारत के वडाप्रधान  नरेंद्र मोदी द्वारा स्त्री के अधिकारों के लिए सरु की गयी योजना है।  देश में वास्तिविषय के आंकडेमे काफी भारी गटाड स्त्री का दिख रहा है।  यह एक चर्चामय विषय बन चूका था। 2015 में यह योजना की शरुआत की गयी। बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का सभी नारा लगाने लगे।  इस योजना के माध्यम से स्त्री के जो अधिकार है वह उनको सोपना है। कई समाज का यह मानना था की सिर्फ लड़का ही हो यह एक शर्मनाक बात है।  जितने ही पुरुष के अधिकार है उतने स्त्री के भी होने चाहिए।सिर्फ लड़के ही नहीं दूसरे देशों में स्त्री भी काम करके समान वेतन का हक़दार बन गयी है। यह योजना का एक ही उदेश्य है समाज में महिला के प्रति सबको जागृत करना और महिला पर हो रहे अत्याचार को कम करके नारी शिक्षा को बढ़ावा देना। 

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान का उद्देश्य

      सामान्य भाषा में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान का उद्देश्य समाज में  स्त्री के प्रति हो रहे अत्याचार को कम करना लोगो को जागृत करके स्त्री को अपना अधिकार सोपके नारी शिक्षा में बढ़ावा करना। 

  • कन्या भ्रूण हत्या को समाप्त करना 
  • बालिकाओ को शिक्षा की और जागृत करना। 
  • महिलाओ की सुरक्षा करना 
  • स्त्री को अपना अधिकार देना

      यह बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ योजना भारत के हर बालिका और स्त्री के पास पहुंचे इसीलिए सर्कार ने 100 करोड़ का इस योजना में खर्च करने का एक अनुमान लगाया है। केंद्र के सत्तर पर यह योजना को नियंत्रण करने के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को कार्य दिया गया है। Beti Bachao Beti Padhao Essay In Hindi

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के लाभ 

       अगर आप समाज को जागृत करके बेटी और महिलाओ के प्रति योगदान देंगे तो इस प्रकार के लाभ होंगे और देश प्रगति की और जायेगा। इस योजना के माध्यम से बाल विवाह बहुत हद तक कम हो जायेगा।  लिंग अनुपात करने से बेटी का गटाड नहीं होगा।  इसकी वजह से भ्रूण हत्या पर रोकथाम हो जायेगा।  लिंग अनुपात और भ्रूण हत्या के प्रति सर्कार द्वारा कई महिला कानून बनाये गए है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध

बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ कार्य 

      बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का कार्य महिला और बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय तथा मानव संसाधन मंत्रालयको सौपा गया है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ में कोई भी फीस नहीं लगती है अगर आपसे कोई इस बाबत में पैसे मांग रहा है तो आप कम्नुनी कार्यवाही कर सकते हैं। 

उपसंहार:-

     लड़कीओ और बेटियों का शोषण सिर्फ अशिक्षा की वजह से होता है यह मेरा मानना है।  अगर आपको आपकी सोच बदलनि है तो शिक्षित होना पड़ेगा।  अपनी बेटियों को पढ़ाई करवाए और समाज के प्रति आगे लाये। प्रधानमंत्री की यह योजना को आवकार करे। 

Beti Bachao Beti Padhao Essay In Hindi 


प्रस्तावना : 

    बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का अर्थ ये होता है की लड़कीओ को बचाना और उन्हें शिक्षित करना। हमारे भारत आज तेजी से विकसित होता जा रहा है और सबसे आगे जाने की दौड़ में लगा हुआ है फिर भी हमारा भारत एक बात पर बहोत ही पीछे है वो लड़कियों के बारे में है आज भी हमारे देश में कन्या भ्रूण हत्या के केस बढ़ते ही जा रहे है। एक तरफ लोग चाँद पर जाने की बाते कर रहे है और दूसरी और हमारे भारत की बहु बेटिया घर से बहार निकलनेसे भी डर रही है इस बात से ये जरूर साबित होता है की हमारा भारत देश पुरे का पूरा पुरुष प्रधान है जहा पुरुषो की संख्या ज्यादा है और यहाँ सिर्फ पुरुषो का शासन चलता है।Beti Bachao Beti Padhao Essay In Hindi 


    हमारे देश में स्त्रीओ की संख्या बहोत ही कम है और यहाँ पर स्त्री केवल पुरुष की हाथ की कटपुतली हो वैसे रहना पड़ता है। आजकल लोको की सोच विचार ऐसे बदल गए है की रोज रोज हमें टीवी और समाचार पत्रों पर कन्या भ्रूण हत्या और स्त्री शोषण के मामले देखने को मिलते है । कुछ साल पहले सभी जाती में से छोटी लड़कीओ की संख्या कम होने लगी थी। लोग गैरकानूनी निति से गर्भ में ही लिंग का पता लगाकर लड़कीओ को गर्भ में ही मार देते है और कुछ जगहों पर आज भी ये कुनीति जुडी हुई है 

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध हिंदी

Beti Bachao Beti Padhao Essay In Hindi
Beti Bachao Beti Padhao Essay In Hindi

     उस समय कन्या भ्रूण हत्या बड़े ही पैमाने पर अपने पैर प्रसार रही थी। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की योजना समाज में लड़कीओ के महत्व् के बारे में लोगो को जागृत करने के लिए बनाई गई। यह योजना कन्या भ्रूण हत्या को जड़ से ख़तम करने के लिए और लड़कीओ के जीवन को बचाने के लिए और समाज में सभी को यह जागृतता लाने के लिए तथा इस योजना में ये भी दर्शाया हाय है की बेटो के जन्म पर जीतनी  ख़ुशी होती है उतनी ही खुसी लड़की के जन्म पर भी होनी चाहिए और उनको उतनाही प्यार देना चाहिए जितना आप बेटे को देते है। लड़की को भी उसका अधिकार मिलना चाहिए जितने लड़को को मिलते है और उन्हें पढ़ना लिखना चाहिए। लड़किओंके प्रति लोगो को सकारात्मक विचार होने चाहिए नहीं की नकारात्मक। हमारे समाज में आज लड़कीओ के प्रति बड़ी ही क्रूर नजर से देखा जाता है तो हमें हमारी विचारधारा बदलनी पड़ेगी। 

     कुछ लोग लड़कीओ को परिवार का बोज समझते है। ये समझते है की लड़किया बड़ी होकर ससुराल चली जाएगी तो हमें उसे पढ़ा ने लिखाने का क्या फायदा और ये नौकरी भी करेगी तो उसके ससुराल वालो को पगार देंगी उस से हमारा क्या लाभ ये सब सोच कर बेटियों को पढ़ाया लिखाया नहीं जाता है। हमें ये सब विचरधारा को बदलकर बेटी को पढ़ाना होगा उन्हें भी शिक्षा प्राप्त करने का उतना ही अधिकार है जितना एक लड़के को है। हमें बेटियों को इन सब शोषण से बचाना होगा और इन्हे बचपन से ही इन सब से अवगत करना होगा ताकि वो आगे जाके कोई भी शोषण का शिकार न बने।

     यह योजनाओ का मुख्य उद्रेश्य शिक्षण के माध्यम से सामाजिक और वित्तीय रूप से स्वतंत्र बनाना है उन्हें ये समजाना है की वो भी लड़को की जगह ले सकती है वो भी कुछ बन सकती है और अपने फैसले खुद ले सकती है। उन्हें आत्मनिर्भय बनाना है। हमें हमारे कुछ कुरिवाजो को बंध करना होगा और कुछ रिवाजो में फेरफार करने होंगे। समाज के लोको को जागृत होना बहोत ही जरुरी बन चूका है। (Beti Bachao Beti Padhao Essay In Hindi) हमें तकनिकी जाँच काराना बंध करना होना और इन सब से दूर ही रहना चाहिए जो भी लिंग जाँच कराएगा उसे जेल की सजा और जुरमाना भी भरना पड़ेगा। महिलाओ के साथ हो रहे इस अत्याचार को हमें रोकना होगा और दुसरो को भी यह प्रेरित करना होगा की ये सब गलत काम है और उन लोगो को जागृत होने में मदद करनी चाहिए। 

     सरकार ने योजना में कही निति नियम लगाए है इन्हे खास कर बेटी की सुरक्षा के बारे मे और बेटीओ के अस्तित्व को बचाने पर ज्यादा ध्यान दिया गया है बेटियो  को शिक्षा देने के साथ साथ बेटियों को अन्य क्षेत्रों आगे बढ़ने का और उनकी भागीदारी को सुनिश्चित करना भी इस सब योजनाओ का लक्ष्य है। हमें साफ देखने को मिल रहा है की हमारे देश और समाज में लोगो की मानसिकता बहोत छोटी होती जा रही है उन सब लोगो का लड़कीओ को देखने के प्रति रवैया बड़ा ही ख़राब होता जा रहा है और देखे तो देखे पर वो पर वो ऐसा गलत कृत्य कर भी लेते है और उन्हें ये सब करके जरा सी भी शरम नहीं आती है और पछतावा भी नहीं होता है। ऐसे विचरधारको की वजह से ही लड़कीओ का बहार निकलना मुश्किल होता जा रहा है ऐसे विचारधाराक बेटे और बेटी के बिच में ज्यादा भेदभाव करते है 

उपसंहार (conclusion) :-

    आज के ज़माने में बेटिया बेटो से कोई कम नहीं है। आज सभी क्षेत्र में पुरुष से ज्यादा महिलाये देखने को मिलती है। वर्तमान समय में हमारे भारत सरकार की योजनाओ के कारण धीरे धीरे लोग जागृत हो रहे है और इस योजनाको ध्यान में रखते हुए बेटियों को पढ़ा लिखा रहे है उन्हें शिक्षित कर रहे हो और बेटियों को उसका अधिकार भी दे रहे है।सरकार ने भी लड़कियो की सुरक्षा के लिए कही सख्त कानून बनाये है जो सभी लोग सरकार के निति नियम को पालन करना सिख जाये तो वो दिन दूर नहीं जब लड़की और लड़का एक सामान हो जायेंगे ,कन्या भ्रूण हत्या ,बलात्कार और बेटियों का शोषण ये सब बंध हो जायेगा और हमारे देश की बेटिया सुक्षित और स्वतंत्र हो जाएगी। 

Essay On Beti Bachao Beti Padhao In Hindi 10 Lines 


  1. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ इस योजनाका बड़ा ही स्पष्ट प्रभाव पड़ा है। 
  2. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ इस अभियान की शरुआत हमारे भारत सरकार ने 100 करोड़ के बजेट से की है 
  3. ये योजना हमारे भारत के 31 जिल्लो में भी शुरू की गई है। 
  4. इस योजनाके चलते हुए सबसे कम बाल लिंगानुपात वाले 100 जिल्लो को कवर किया 
  5. हमारी सरकार ने 10 साल से नीची आयु की लड़कीओ के लिए कहते उपलब्ध कराये है 
  6. भारत सरकार ने तीन मंत्रालयों द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संयुक्त पहल है 
  7. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ इस योजनाका मुख्य हेतु लड़कीयो को सुरक्षा सुनिश्चित करने का है। 
  8. इस योजना का यह हेतु भी है की बेटी को पढ़ना लिखा कर उसे शिक्षित करना भी है 
  9. यश योजना पानीपत हरियाणा से शुरू जिया गया था। 
  10. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को सम्मान के साथ उन्हें सशक्त बनाने का और उनके लिए नए अवसरों को बढ़ने का भारत सरकार का ये एक प्रयास है। 

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