Monday, February 10, 2020

Diwali Essay In Hindi - दिवाली पर निबंध

Diwali Essay In Hindi  सभी धोरण 1,2,3,4,5,6,7,8,9,10,11,12 के लिए लिखा गया है आप इस  दिवाली पर निबंध  को अपने अभ्यास और परीक्षा में उपयोग में ले सकते है।  दीपावली भारत  मनाया जाने वाला प्राचीन त्यौहार है। 


Diwali Essay In Hindi - दिवाली पर निबंध 


प्रस्थावना :-  ''दिवाली का त्यौहार भारत देश में मनाया जाता है''। भारत देश में दिवाली का त्यौहार सबसे बड़ा माना जाता है और बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है। दिवाली केवल भारत में ही नहीं बल्कि भारत के बहार रहने वाले अन्य लोग भी दीवाली धूम धाम से मनाते है। दिवाली को दीपावली भी कहा जाता है। हिन्दू धर्म के लिए दीपावली एक महत्व्पूर्ण त्यौहार होता है। हिन्दू धर्म के आलावा कही सारे लोग इस पर्व को बड़ी धूम धाम से मनाते है। दिवाली का त्यौहार हर किसी के लिए खुशिया लेकर आता है। दिवाली आने पर सभी लोग खुश हो जाते है चाहे वो बड़े हो या बच्चे।दीपावली के बारे में कहा जाता है की ये त्यौहार भगवान राम जी के 14 वर्ष के वनवास के बाद आयोध्या वापिस आने की खुसी में मनाया जाता है। इस दिन अयोध्या वासी ने गर गर पे घी के दिऐ जलाये थे और धूम धाम से उनका स्वागत किया था।   Paragraph On Diwali In Hindi


Diwali Essay In Hindi - दिवाली पर निबंध


दीपावली का त्यौहार:- दीपावली का त्यौहार 5 दिनों के लिए होता है सभी त्योहारों में सबसे बड़ा त्यौहार होता है। हमारे हिन्दुओ के त्यौहार में होली,रक्षाबंधन ,दशहरा ,महाशिवरात्रि और दीपावली है। दीपावली में दिप जलाने होते है और दिप जलाके प्रसन्न हो जाते है। यह दीपो का त्यौहार होने से मन इन सब को देख के प्रसन्न हो जाता है।(Diwali Essay In Hindi) यह त्यौहार कार्तिक महीने के अमावश्या के दिन मनाया जाता है। अमावश्या की रात अँधेरी होती है इस अँधेरी रात में दिप जलाते है और अमावस्या की ये रात दीपो से जगमगाने लगती है। करूं के भक्तिधारको का यह कहना है की श्रीकृष्ण ने नरकासुर नामक राक्षस का वध इसी दिन किया था और लोगो में हर्षो उल्लाश छा गया था  और इसी दिन महावीर स्वामी का निर्वाण दिवस भी था इन सब कारणों से हम सभी दीपावली का पर्व मनाते है। Diwali Essay In Hindi For Child    

Diwali Essay In Hindi

         यह त्यौहार लगभग सभी धर्म के लोग धूम धाम से मनाते है। दिवाली के आने से पहले कही लोग इसकी तैयारियां करना शुरू करदेते है अपने अपने घर की सजावट और लिपाई पुताई करना शुरू कर देते है। लोग नए नए कपडे खरीदना शुरू करदेते है। फूलजड़ी और पटाखे खरीदना ,रंगोली का सामान ,मोमबत्तिया खरीदना शुरू कर देते है। इन दिनों में सूर्यास्त के बाद  लक्ष्मी पूजन भी होता है कहते है की इन दिनों लक्ष्मी पूजन और गणेश पूजन करेने से स्वास्थ्य ,धन ,सुखसम्पति बढ़ती है ।दिवाली के दिनों में बाजार की हर दुकानों को लाइटिंग और फूलो से सजाया जाता है ताकि वो  दिखने में रोचक लगे। दिवाली के दो तीन दिन पहले बाजार में बड़ी भीड होती है। Essay On Diwali In Hindi For Class 6,7,8

यह भी पढ़े :- रानी लक्ष्मी बाई पर निबंध

दीपोत्सव मनाने की तैयारियां:- लोग अपने घरो को साफ करके दिवाली से पहले रोशनी से सजाते है। दिवाली के इन पांच दिनों में सभी के घर में अलग अलग मिठाई और कही खाध्य व्यंजन बनते है। सभी लोग दिवाली पर नए नए कपडे पहनते है साथ ही एक दूसरे को मिठाई और उपहार देते है। दिवाली ही एक ऐसा त्यौहार होता है जब हम अपने करीबी और प्रिय लोगो से मिलते है एक दूसरे  जाते है और अपने रिस्तो को मजबूत बनाते है। दिवाली के दिन बच्चे नए कपडे पहनकर शेरी में निकल जाते है और अपने दोस्तों के साथ पटाखे जलाते है और मन प्रफुल्लीत करते है।

यह भी पढ़े :- क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद

       दिवाली के पांच दिन होते है यह धन तेरस से शुरू होता है इन सभी दिनों का एक खास महत्व् होता है । धनतेरस के दिन सभी लोग धन की पूजा करते है यानि की माता लक्ष्मी की पूजा आराधना करते है। दूसरे दिन काली चौदस मनाई जाती है। इस दिन सभी लोग माँ काली की पूजा करते है नैवेध भी करते है और उसके बाद दिवाली आती है। दीवालीके दिन सभी लोग नए कपडे पहनते है और पटाखे जलाते है और रत को दिप प्रज्वलित करते है और दिवाली के दूसरे दिन नया साल मनाया जाता है और भीर भाई दूज आता है। भाई दूज के दिन के दिन भाई अपनी बहन के घर जाता है और बहन भाई को तिलक करती है और मुँह मीठा कराती है ताकि ताकि भाई दुनिया की बुरी चीजों से बहन की रक्षा कर सके। दिवाली पर निबंध (Diwali Essay In Hindi)   


दिवाली पर निबंध


दिवाली उत्सव :-  दिवाली के पर्व का एक खास रोचक तथ्य है कहा जाता है की दिवाली के पर्व को बुराई पर अच्छे की जित का प्रतिक माना  जाता है। दीपावली का त्यौहार मात्र दिप जलाना और पटाखे फोड़ना नहीं है मेने पहले भी कहा है की दिवाली का कोई अपना ही महत्त्व है दिप जलाने का मतलब केवल अँधेरे को दूर करना नहीं है बल्कि इन दियो को देखकर हमारा मन प्रफुल्लित हो जाता है। गर की सफाई करते है लिपाई पुताई करते है और हम हमारे गर की गंदकी को दूर करते है और हम इस गंदकी से बीमार नहीं होते है। दिवाली की रात को साल बर की सबसे अँधेरी रात मानी जाती है और इस अँधेरे को दूर करने के लिए हम दीपावली के दिन हम दिप जलाते है। दीपावली का त्यौहार खुशिया लेकर आता है  भाईचारे का संदेश भी देता है इसी पर्व पर हम एक दूसरे के घर पे जाते है और पकवान और मिठाई बाटते है और इन सब के साथ साथ खुशिया भी बाटते है। Diwali Essay In Hindi

 दिवाली पर निबंध 

Diwali Essay In Hindi - DIPAWALI PAR NIBANDH

      दीपावली के पर्व पर में यह सन्देश देना चाहता हु की दीपावली के दिन फटाखे भी फोड़े जाते है मगर इन पटाखों से वायु प्रदुषण भी होता है और ध्वनि प्रदुषण भी होता है और ये स्वाथ्य के लिए हानिकारक होता है इसीलिए हमें ऐसे फटाखे नहीं फोड़ने चाहिए की इसकी सीधी असर हमारे स्वाथ्य पर पड़े हमें सावचेत रहना चाहिए। दिवाली के पर्व पर ऑफिसो, स्कूलों ,सरकारी दफ्तरों  में छुट्टी होती है और यर सब लोग अपने काम काज को छोड़ कर दीपावली का आनंद लेते है कुछ लोग इस पर्व की छुट्टी पर गुमने फिरने जाते है और मौज मस्ती करते है कुछ लोग धार्मिक स्थान पर जाते है और भक्ति भाव से यात्रा करते है और प्रभु के दर्शन करते है और कुछ लोग मौज शोख के लिए गुमने जाते है इस दिनों में स्कूल में भी छुट्टिया चल रही होती है तो बच्चे भी अपने अपने  मामा के घर या रिस्तेदार के घर छुट्टिया मनाने जाते है। छुट्टिया मिलने के कारण बच्चे बहोत खुस हो जाते है. दिवाली पर निबंध

उपसंहार:- दिवाली का त्योहार सभी त्योहारों से बड़ा त्यौहार होता है यह साल में एक बार आता है और भारत में ही नहीं बल्कि भारत के बहार भी कही  लोग दिवाली का पर्व बड़ी धूम धाम से मनाते है। भारत में सभी त्योहारों में से दिवाली को बड़ा महत्व दिया जाता है। दिवाली के 5 दिनों में सब लोग मौज शोख करते है और जैसे मेने ऊपर कहा पटाखे या बम जलाके वायु या ध्वनि प्रदूषण करना चाहिए नहीं। हमे पर्यावरण प्रदुषण से बचना होगा  हमारी स्वाथ्य और दुसरो के स्वाथ्य का ध्यान रखना चाहिए। 

Previous Post
Next Post

post written by:

0 comments: